देख लो ख्वाब मगर खवाब का चर्चा ना करो !
लोग जल जायेगे सूरज की तमना ना करो !!
वक्त का क्या है किसी पल भी बदल सकता है !
हो सके तुम से तो तुम मुझपे भरोसा ना करो !!
अजनबी लगाने लगे खुद तुम्हे अपना वजूद !
अपने दिन रात को तुम अकेला ना करो !!
ख्वाब बच्चो के खिलोने की तरह होते है !
ख्वाब दिखाया ना करो !!
बेखयाली मै कभी उंगलिया जल जाएगी !
गुजरे हुए लम्हों की तरह कुरेदा ना करो !!
HICHAKI
लोग जल जायेगे सूरज की तमना ना करो !!
वक्त का क्या है किसी पल भी बदल सकता है !
हो सके तुम से तो तुम मुझपे भरोसा ना करो !!
अजनबी लगाने लगे खुद तुम्हे अपना वजूद !
अपने दिन रात को तुम अकेला ना करो !!
ख्वाब बच्चो के खिलोने की तरह होते है !
ख्वाब दिखाया ना करो !!
बेखयाली मै कभी उंगलिया जल जाएगी !
गुजरे हुए लम्हों की तरह कुरेदा ना करो !!
HICHAKI