दिन मै भी इतना अँधेरा है ,मेरे कमरे मै !
साया भी आते हुए डरता है मेरे कमरे मै !!
गम थका हरा मुसाफिर है ,चला जायेगा !
कुछ पल के लिए ठहरा है ,मेरे कमरे मै !!
सुबह तक देखना अफसाना बना डालेगा !
तुमको एक संक्स ने देखा है ,मेरे कमरे मै !!
कोई बैठा है ,कही छुपकर सोच रहा है मनु !
क्या और भी कोई कमरा है मरे कमरे मै !!
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए शुक्रिया.
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा लिखा है !
ReplyDeleteआपके ब्लाग आकर मुझे तो खुश मिली है