दुनिया मे हर साल ३१ मई को धुमरपान निषेद दिवस के रूप मै मनाया जाता है !भारत ही नहीं दुनिया के सभी देशो मै तम्बाखू का परचलन बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारन केंसर जेसी बीमारी से मरने वालो की संख्या हर दिन बढती जा रही है !
हमारे यहाँ कहावत है ,बीडी सवर्ग की सीडी हम देखते है की सिगरेट का पाकेट हो या गुटखा इन सभी पर साफ -साफ लिखा होता है ये सवास्थ के लिए हानि कारक है ,फिर भी ना जाने क्यों लोग इनके सेवन करने की भीड़ मै हर कोई आगे निकलने मै लगा रहता है !
पुरे देश मै २००३ से धुमरपान और तम्बाखू उत्पातो के सार्वजानिक सथानो पर सेवन करने को भी क़ानूनी रूप से परतिबंद कर दिया है युवा पीढ़ी मै तम्बाखू का परचलन सभी के लिए चिंता का विषय है आज के युवा ही कल के भावी रास्ट्र के निर्माता है
अगर हम ताजा सर्वे के आंकड़े पर नजर डाले तो हर दिन तम्बाखू सेवन के कारण मरने वालो की संख्या करीब ८६४० से भी ज्यादा है ,और ये एक चिंता का विषय है ,इसलिए आज हम कमसेकम ब्लॉग दोस्त ये निश्चय करले की हम इस जहर रूपी शोख को नहीं अपनायेगे और जहा तक हो सके अपने सहयोगियों को इससे बचने की सलाह देंगे !