Thursday 16 June 2011

तुम मुझपे भरोसा ना करो

देख लो ख्वाब मगर खवाब का चर्चा ना करो !
        लोग जल जायेगे सूरज की तमना ना करो !!
वक्त का क्या है किसी पल भी बदल सकता है !
        हो सके तुम से तो तुम मुझपे भरोसा ना करो !!
अजनबी लगाने लगे खुद तुम्हे अपना वजूद !
       अपने दिन रात को तुम अकेला ना करो !!
ख्वाब  बच्चो के खिलोने की तरह होते है !
                           ख्वाब दिखाया ना करो !!
बेखयाली मै कभी उंगलिया जल जाएगी !
         गुजरे हुए लम्हों की तरह कुरेदा ना करो !!
                                                                                         HICHAKI

6 comments:

  1. बेखयाली मै कभी उंगलिया जल जाएगी !
    गुजरे हुए लम्हों की तरह कुरेदा ना करो !!

    खूबसूरत रचना

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  2. देख लो ख्वाब मगर खवाब का चर्चा ना करो
    लोग जल जायेगे सूरज की तमना ना करो

    सुंदर भावाभिव्यक्ति.

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  3. बहुत सुन्दर रचना शेयर करने के लिये बहुत बहुत आभार,

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  4. यहाँ प्रतिदिन पधारे
    !!आपका स्वागत है!!
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  5. खयाली मै कभी उंगलिया जल जाएगी !
    गुजरे हुए लम्हों की तरह कुरेदा ना करो !!...गहन और खूबसूरत भाव..

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  6. खूबसूरत रचना, अच्छे शब्द

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